कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या।
 


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कर्ज में डूबे किसान ने की आत्महत्या।



लखीमपुर खीरी:- मैलानी थाना क्षेत्र के ग्राम पटीसानगर ग्रंट नंबर तीन में पिता की मौत के बाद ट्रांसफर हुए 5.67 लाख रुपये के कर्ज के भुगतान को लेकर परेशान किसान पुत्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी का आरोप है कि कर्ज का भुगतान करने के लिए बैंक कर्मियों ने सख्ती की थी जबकि बैंक शाखा के प्रबंधक ने इससे इनकार किया है।
ग्रंट नंबर तीन में दीदर सिंह के पिता बल्देव सिंह ने दस वर्ष पूर्व इलाहाबाद बैंक कुकरा से 5.67 लाख रुपया कर्ज लिया था, जो जमा नहीं कर पाए और उनकी पिछले वर्ष मौत हो गई। बैंक वालों ने वारिस पुत्र दीदार सिंह के नाम कर्जा ट्रांसफर कर तकाजा शुरू कर दिया। पत्नी का आरोप है कि 28 नवंबर को इलाहाबाद बैंक के अधिकारी, कर्मचारी आए और सख्ती करते हुए रुपया जमा करने पर जोर दिया। गन्ने, धान का भुगतान न मिलने से आर्थिक रूप से टूटे किसान पुत्र के सामने कर्जा अदा करने की दिक्कत थी। रविवार को सुबह आठ बजे जब पत्नी और बच्चे झाले के पास खेत पर चले गए तब दीदार सिंह ने कमरे की कुंडे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोपहर जब पत्नी और बच्चे लौटे तो वह उसका शव लटकता देख दंग रह गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव सीलकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


 



क्या कहते है जिम्मेदार:-


दीदार सिंह के पिता बल्देव सिंह पुत्र संतासिंह पर 10 साल पुराना कर्जा था। इलाहाबाद बैंक कुकरा का कोई कर्मचारी दीदार सिंह के यहां तकाजा करने नहीं गया। बैंक के रिकवरी सेल के जोनल ऑफीसर राजेश कुमार सिंह क्षेत्र के भ्रमण पर आए थे। तब दीदार सिंह कुकरा में शराब के नशे में मिला, उसने स्वयं ही कहा था कि पिता के नाम काकर्जा वह शीघ्र जमा कर देगा। केवल इतनी ही बात हुई थी:- विकास झा, शाखा प्रबंधक, इलाहाबाद बैंक शाखा कुकरा